Respected Vaidya Ji,
I have come to know from your website the advises given by you for various deseased.
My wife is suffering from pain in her left hand joint near shoulder from last about 5-6 months.
She is unable to move her hand according to choices.
The doctor has diagonised that her never has got chocked and this problem is due to improper blood circulation. One small gland is also seen at her left side neck. The fingers of legs are also seems to be very much tight and after acupressure/puncture some relieve is felt.
Alopathic Medicine is being taken by her and physiotheraphy/excersies are also being done. To some sort she is feeling releived from pain whenever she takes pain killer.
We shall be highly obliged for suggesting some Aayushvedic medicine which may be easily available in shops.
With kind regards.
Ramashish Thakur
रामाशीष जी, आपने जो लक्षण लिखे हैं उनके आधार पर बताया जा सकता है कि यह सीधे ही वात का विकार है जिसके कारण ये कष्ट है। आप उन्हें बासी भोजन से परहेज कराएं और निम्न उपचार हेतु औषधियां दें-
१ . वैश्वानर चूर्ण ३ ग्राम रात को एक बार भोजन के बाद दें।
२ . शुण्ठी गुग्गुल दो गोली + अश्वगंधा चूर्ण ३ ग्राम दिन में तीन बार गर्म जल से दीजिये।
३ . रास्ना सप्तक काढ़ा दिन में दो बार दो - दो चम्मच पिलाइये।
४ . प्रभावित अंग को कपड़ें में बालू+ सेंधा नमक + निर्गुंडी जिसे मेउड़ी या सम्हालू भी कहते हैं, की पत्तियां भर कर दिन में तीन बार सेंकिये(यदि पत्तियां न मिलें तो सिर्फ़ बालू व सेंधा नमक से ही सेंकिये)।
इस उपचार को तीन माह तक जारी रखिए पहले ही सप्ताह से आश्चर्यजनक परिवर्तन दिखाई देने लगेगा।
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शनिवार, फ़रवरी 28, 2009
दर्द के कारण मेरी पत्नी कंधा हिला तक नहीं सकती...
Published :
2/28/2009 09:10:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
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