शुक्रवार, मई 16, 2008

मेरा शरीर बहुत दुबला-पतला है,हीनभावना से ग्रसित हूं।

मेरी आयु २५ वर्ष है। डा.साहब जी मेरी परेशानी यह है कि मेरा शरीर बहुत दुबला-पतला है। जिसके कारण मैं हीनभावना से ग्रसित हूं। मेरे शरीर को देखकर मेरी संग सहेलियां भी मेरा मजाक उड़ाती हैं जिसके कारण मुझे अपने आप पर बहुत गुस्सा आता हैं तथा मुझे भूख भी खुल कर नहीं लगती हैं। एक या दो रोटी खाकर ही पूरा दिन गुजर जाता है। कुछ खाने का मन ही नहीं करता है। मैंने काफ़ी दवाएं खा ली हैं। किसी से कुछ फ़ायदा नहीं होता है। दो तीन साल पहले मैं काफ़ी स्वस्थ थी। अब मेरे साथ यह क्या हो रहा है ये मेरी समझ में नहीं आ रहा है। डा.साहब मेरे चेहरे पर झाईयां भी हो रही हैं तथा मुझे लिकोरिया की भी प्राब्लम है जिसके कारण मैं बहुत परेशान हूं। डा.साहब मैं चारों तरफ से निराश होकर अब आपसे आशा करती हूं कि अब आप ही मेरी इस समस्या का निदान आयुर्वेद में ढ़ूंढ कर मेरी सहायता जरूर करेंगे। डाक्टर साहब मुझे छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा भी बहुत आता है। गुस्सा शान्त हो जाने के बाद मैं बहुत पश्चाताप भी करती हूं।
अतः आपसे नम्र निवेदन है कि आप जल्दी से जल्दी मेरा उपचार भेजने की कृपा करें। धन्यवाद
जयलता, ग्रेटर नोएडा(गौतम बुद्ध नगर)
जयलता बहन, मैंने आपकी समस्या को देखा किन्तु कुछ बातें यदि स्पष्ट हो जातीं तो मुझे आसानी होती जैसे कि क्या आप विवाहित हैं या अविवाहित? आप क्या करती हैं कुछ नौकरी या अध्ययन आदि? लिकोरिया की समस्या कितने समय से है? लिकोरिया में आने वाला स्राव किस तरह का है श्वेत या लाल,पतला स्राव है या गाढ़ा? शाकाहारी हैं या मांसाहारी? लेकिन कोई बात नहीं यदि आप इन बातों को बताने से रह भी गयी हैं तब भी आयुर्वेद के महासागर से आपके लिये औषधिरत्न लेकर आपको स्वास्थ्य लाभ दिया जा सकता है। आप निम्न दवाएं नियमित रूप से लीजिये और तनिक भी चिन्ता न करिये बीमारिया यदि आती हैं तो ये बस आपके साथ हुई कुछ दैहिक या मानसिक अनियमितता का परिणाम होती हैं इनसे निराश न होकर बल्कि सुधार करके मुक्त हो जाना उचित है। आप यदि कोई कार्य कर लेती हैं तो उस पर पश्चाताप मत करिये। जिन बातों पर गुस्सा आया था उन पर विचार करिये कि हो सकता है आपका गुस्सा करना उचित रहा हो। इन औषधियों को कम से कम दो माह तक लीजिये और फिर हुए बदलाव मुझे सूचित अवश्य करें दवा के सेवन के दौरान मिर्च-मसालेदार आहार, मांसाहार बंद कर दें व बाजारू भोजन से परहेज करें।
१ . प्रदर हर लौह १ गोली + प्रदरान्तक रस १ गोली सुबह शाम दूध में शहद मिला कर लें।
२ . अशोकारिष्ट दो चम्मच दिन में दो बार भोजन करने के बाद लीजिये।
३ . अश्वगंधारिष्ट के दो चम्मच के साथ दिन में दो बार एक-एक चम्मच अश्वगंधादि चूर्ण भोजन के बाद लीजिये।
४ . सप्ताह में एक बार रात में खाने के बाद त्रिफला चूर्ण दो चम्मच गर्म जल से लीजिये ताकि कब्जियत न रहे और पेट साफ होता रहे।
इस प्रकार आप इस उपचार को दो माह लें और यदि आवश्यकता लगे तो आगे भी जारी रखिये कोई नुकसान नहीं होगा। आपकी चेहरे की झाईयां कहां गायब हो गयी लोगों को आश्चर्य होगा। विश्वास रखते हुये औषधि नियम से सेवन करें।

1 आप लोग बोले:

i love yu ने कहा…

good evening, namaste ji.mi germny mi rheti hu ji mere bache bhi h ji par muje 1 saal se baar baar peshab k liye jana prta h. aur pani ptla kafi ata h .par keyea aap dava send bhi kr skte ho aur mera vajan bhi 77 kg age 36 saal h.aur payment keise krni h plz answer de .thanx