शुक्रवार, मई 16, 2008

I am suffering from Gilberts syndrome ( hyper bilirubinemia) and LEFT VENTRICULAR HYPERTROPHY

Dear Sir,
my age is 33 y, male, weight 67 kg, hight 175 cm. I am suffering from gilberts syndrome ( hyper bilirubinemia) which is constant 2.4 mg from last 5 years. colour of urine, skin , eye is light yellow. i am feeling some pain and swelling at right side of liver portion AND I AM TAKING NORMAL DITE. Gastroentrologist doctor said you are ok but i request you, pl advise me for some medicine.
After ECG test doctor said you are suffering from LEFT VENTRICULAR HYPERTROPHY , my BP was 140/90 always from long time 5 years approx but this time i am taking Cardiopril 2.5 mg cap. one cap daily then my BP is normal. when stop cardiopril , I feel weakness, headache, pain left side solder, angryness, darkness fron of my eye ever time when passing urine and also feel chakkar at that time and problem in breathing after some hard work.
this time I am taking cardiopril but i want to stop alopathic medicine.
ERYTHROCYTE
5.7
4.5-5.5 ML/
C.MM
MCH ( MEAN CORPUSCULAR HAEMOGLOBIN
26.3
27-32 PG
TLC
4200
4000-11000/
C.MM
LYMPHOCYTES
42
20-40 %
PLATELET
173000
150000 - 400000/CMM
MPV ( MEAN PLATELET VOLUME)
11
6.5 - 10.5 fl
PDW ( PLATELET DISTRIBUTION WIDTH)
14
6 - 11 fl
SUGAR FASTING
102
70- 105 MG%
SUGAR PP
130
90-160 MG %
SERUM BILIRUBIN TOTAL
2.11
DIRECT
0.48
INDIRECT
1.63
SGPT
39
-- Thanking you,M.gupta

गुप्ता साहब,आपने जिस तरह से अपनी बीमारी को बताया है उससे साफ पता चल रहा है कि आपके ऊपर एलोपैथी के तमामोतमाम प्रयोग करे जाते रहे हैं और आप पैथोलाजिस्ट्स और एलोपैथी के व्यवसायिक डाक्टरों के चंगुल में बुरी तरह से फंसे रहे हैं। आपके शरीर को इन लोगों ने दवाओं की प्रयोगशाला या ऐसा कहें कि गोदाम बना डाला है और आपकी मानसिक दशा ऐसी कर दी है कि कुछ भी हो तो आप विशेषज्ञ के पास भागते हैं। सच तो ये है कि आज जब मैंने चिकित्सा शास्त्र को इतना जान लिया है तो सीना ठोंक कर कह सकता हूं कि दवाएं तो मात्र आपके शरीर में आरोग्य के लिये दस प्रतिशत कार्य करती हैं बाकी कार्य आपका शरीर स्वयं करता है। अब मेहरबानी करके जो बता रहा हूं उन दवाओं को विश्वासपूर्वक लें और हर माह यकीन के लिये टैस्ट कराना बंद कर दें, देह में आरोग्य आप स्वयं महसूस कर सकते हैं उसके लिये किसी परीक्षण की जरूरत नहीं होती है।
मुझे आपको परहेज बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं अनुमान लगा सकता हूं कि आपकी क्या हालत बना रखी है डाक्टरों ने मिलकर। अब जो औषधियां बता रहा हूं उन्हें नियम से लेना प्रारंभ करिये यकीन मानिये कि आप कुछ दिनों में खुद ही कह सकेंगे कि मैं स्वस्थ महसूस कर रहा हूं।
१ . कागजी नींबू का रस छह ग्राम + शहद छह ग्राम + छोटी पीपर का चूर्ण ५०० मिग्रा. + काली मिर्च का चूर्ण ५०० मिग्रा + सोंठ का चूर्ण ५०० मिग्रा ; इन सबको मिला कर दिन में तीन बार सेवन करें। खाली पेट न लें ,भोजन के आधे घंटे बाद ले सकते हैं।
२ . नवायस लौह दो गोली(५०० मिग्रा) + पुनर्नवा मंडूर ५०० मिग्रा + शंख भस्म २५० मिग्रा + आरोग्यवर्धिनी बटी एक गोली को एक साथ लेकर दो चम्मच पुनर्नवासव+ दो चम्मच कुमार्यासव मिला कर दिन में दो बार लें।
३ . भुनी हुई कुटकी का चूर्ण ५०० मिग्रा + ५०० मिग्रा मिश्री को गुनगुने जल से दिन में दो बार लें।
४ . हृदयार्णव रस एक गोली + प्रभाकर बटी एक गोली अर्जुनारिष्ट के दो चम्मच के साथ दिन में दो बार लें।
५ . शुद्ध शिलाजीत आधा ग्राम दिन में दो बार दूध के साथ लीजिये।
इस उपचार को लगातार तीन माह तक जारी रखिये और मुझे सूचित करिए। मात्र पंद्रह दिनों में ही आप अनुकूल परिवर्तन का अनुभव करने लगेंगे। cardiopril को पहले एक-एक दिन के अंतर पर खाएं फिर एक सप्ताह बाद दो-दो दिन के अंतर पर और इसी प्रकार तीसरे सप्ताह तीन दिन के अंतर पर और चौथे सप्ताह चार दिन के अंतर पर फिर बंद कर दें।

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