शनिवार, जनवरी 24, 2009

मेरी समस्या भी बच्चे न होने की ही है लेकिन मेरी बीमारी का नाम HYDROSPERMIA बताया

डाक्टर साहब,नमस्कार
आपके द्वारा दी गयी सलाहें काफ़ी समय से पढ़ रहा हूं इसलिए अब मेरा विश्वास जम गया है कि आप सही और लाभदायक सलाह देते हैं। मेरी समस्या भी बच्चे न होने की ही है लेकिन मेरी बीमारी का नाम HYDROSPERMIA बताया गया है। मेरी शादी को तीन साल हो चुके हैं मेरी पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ है समस्या मेरी ही है पूछने पर पैथोलाजी वाले ने बताया कि इस बीमारी में वीर्य पतला हो जाता है बस इससे ज्यादा वह नहीं समझा सका। क्या आयुर्वेद में इस बीमारी का इलाज है?
अनिल कालेकर,ग्वालियर(म.प्र.)

अनिल जी आपने जो semen examination report भेजी है मैंने उसे देखा है, विशेष चिन्ता की बात नहीं है आप परेशान न हों। निम्न उपचार लीजिये-
१ . पुष्पधन्वा रस एक गोली के साथ एक-एक ग्राम अश्वगंधा चूर्ण, विदारीकंद,सालमपंजा मिला कर इसे एक चम्मच कौंचा पाक के साथ चाट कर ऊपर से दो चम्मच अश्वगंधारिष्ट पी लीजिये। ऐसा दिन में तीन खुराक लीजिये। औषधि भोजन करने के बाद करिये।
२ . गिलोयसत्त्व + वंशलोचन + छोटी इलायची के बीज + बंग भस्म + शिलाजीत प्रत्येक दस ग्राम लेकर इसमें मुक्तापिष्टी दो ग्राम मिलाएं व इस मिश्रण में से ५०० मि.ग्रा. की मात्रा लेकर गुलकंद के साथ सुबह-शाम सेवन करें।
३ . वानरी गुटिका एक-एक सुबह-शाम एक चम्मच शतावरी चूर्ण मिला पकाए गये एक गिलास मीठे दूध के साथ लीजिये(दूध को छानिये मत वैसे ही पी लीजिये)
४ . कामदेव घृत का आधा चम्मच दिन में दो बार ऊपर बताए गये दूध में ही मिला कर सेवन करें।
खट्टे,मिर्च-मसालेदार भोजन,चायनीज़,बाजारू पेय,शराब आदि नशे तथा मांसाहार से सख्त परहेज करें। मैथुन भी निषेध रखिये। हलका व सुपाच्य आहार लीजिये। इस उपचार को कम से कम चालीस दिन तक लीजिये।

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