शुक्रवार, जनवरी 23, 2009

मैं शायद बातों को भूल जाने लगा हूं

डाक्टर साहब नमस्कार
मेरी उम्र उनहत्तर साल है रिटायर हुए कई साल बीत चुके हैं अब तक मैं सामान्य जीवन जी रहा था लेकिन पिछले दो माह से मुझे कई बार इस बात का एहसास हुआ कि मैं शायद बातों को भुल जाने लगा हूं जिससे कि परेशानी होना स्वाभाविक है जैसे कि चाभी भूल जाना, किताबें या चश्मा भूल जाना और फिर घंटों तक तलाशना। क्या यह समस्या बढती हुई उम्र के कारण है या कोई अन्य कारण हो सकता है? कारण कुछ भी हो लेकिन मेरी मदद करिये मैं सठियाया हुआ कहलाना नहीं चाहता। मेहरबानी करके वनस्पतियों पर आधारित उपचार बतायें। अग्रिम धन्यवाद
देवदत्त ताम्रकार,अजनी
आदरणीय देवदत्त जी,आपने सही कहा कि कारण कुछ भी हो, आप तो बस लाभ के प्रति सचेष्ट रहिये। उम्र बढ़ने पर कई बार ऐसी समस्या देखी जाती है किन्तु आप परेशान न हों। आपके आदेशानुसार वनस्पति आधारित उपचार लिख रहा हूं जो कि अत्यंत प्रभावशाली है-
रसायन चूर्ण(गिलोय, गोखरू तथा आंवले को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण करने से बनता है) + अश्वगंधा चूर्ण + शतावरी चूर्ण + मुलैठी(यष्टिमधु अथवा जेष्ठमध भी कहलाती है) चूर्ण + ब्राह्मी चूर्ण + शखाहुली चूर्ण + त्रिकटु चूर्ण( सोंठ, काली मिर्च तथा छोटी पीपल को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण करने से बनता है) ; इन सब चूर्णों को ५०-५० ग्राम ले लीजिये इस मिश्रण में से पानी से एक चम्मच दिन में दो बार लीजिये।
आप स्वयं इसके गुणों की प्रशंसा करते थकेंगे नहीं ऐसी प्रभावी दवा है यह ऐसी स्थिति में याददाश्त बढ़ाने के लिये। सात्विक आहार लीजिये। ध्यान, प्राणायाम आदि का अभ्यास करें।

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