रविवार, मार्च 16, 2008

गायनेकोलाजिस्ट्स को बताने पर भी कुछ लाभ नहीं,गुप्तांग में हमेशा सूजन

डॉक्टर साहब ,मेरी समस्या इतनी परेशानी भरी है कि क्या बताऊं क्योंकि कई गायनेकोलाजिस्ट्स को बताने पर भी कुछ लाभ नहीं होता है दो या चार दिन जब दवा खाती हूं तब ठीक रहता है लेकिन फिर वैसा ही हो जाता है । आपको बताने में काफी शर्म भी आ रही थी पर मेरी माताजी के दबाव डालने पर बता रही हूं । मेरे गुप्तांग में हमेशा सूजन बनी रहती है सामान्यतः बहुत कष्ट होता है तो आप जान सकते हैं कि पारिवारिक जीवन का क्या हाल होगा । मेरी उम्र चालीस साल है ,मासिक धर्म नियमित है,कभी-कभी कब्जियत रहती है,वजन सामान्य से शायद थोड़ा ज्यादा है । कृपा करके कोई स्थायी और कारगर आयुर्वेदिक इलाज बताइये ।
आपकी एक बहन,भावनगर
बहन,आपने अपनी समस्या को न बताने लायक मान कर छिपाने और सहन करने का प्रयास करा जो कि उचित नहीं है ,लज्जा स्वाभाविक है पर यह तो बीमारी है यदि आप इसे छिपायेंगी तो यह और बढ़कर ज्यादा कष्ट्कारी होगी । इसलिये लज्जा एक सीमा तक सार्थक और उचित है । आप अपनी अन्य परिचित बहनों को भी बताएं कि यदि वे अपनी समस्याओं को दबाने या छिपाने की कोशिश करेंगी तो कष्ट तो उनको ही सहना होता है । आपके पति को इससे कोई पीड़ा नहीं होती तो जबतक आप खुद होकर उन्हें नहीं बताएंगी उन्हें पता ही नहीं चलेगा । उपचार लिख रहा हूं ,नियमित रूप से दो माह तक लीजिये,पंद्रह दिनों में लाभ स्थायी दिखने लगेगा फिर भी आगे तक दवाएं जारी रखिए और पति संसर्ग से परहेज के लिये उन्हें समझाइए कि आप बीमार हैं और आपको तकलीफ़ हो रही है जल्द ही सब ठीक हो जाएगा और पारिवारिक जीवन सामान्य हो जाएगा ,तेज मिर्च-मसालेदार और मांसाहारी भोजन से भी परहेज करें ---
१ . चन्द्रप्रभा वटी एक गोली + आरोग्यवर्धिनी वटी एक गोली + गंधक रसायन एक गोली ,इन दवाओं को सुबह शाम साधारण पानी से लीजिए ।
२ . पुष्यानुग चूर्ण (ये न मिल पाने पर खदिरत्वक चूर्ण) तीन ग्राम दोपहर व रात्रि को पानी से लीजिए ,भोजन के बाद ।
३ . त्रिफला गुग्गुलु की दो-दो गोली सुबह दोपहर शाम को गुनगुने गरम पानी के साथ लीजिये ,ध्यान रखें कि कोई भी दवा खाली पेट नहीं लें जब तक चिकित्सक न कहे ।
४. पंचवल्कल क्वाथ या त्रिफला क्वाथ से प्रभावित अंग को धोया करिये दिन में दो बार जैसी सुविधा हो ।
५. कल्पतरु तेल में रुई का टुकड़ा भिगो कर अंग में धारण करिये जैसी सुविधा जान पड़े ।
आप परहेज का पालन करिये और फिर देखिये कि आयुर्वेद में कैसा चमत्कार है ।

1 आप लोग बोले:

Padma Srivastava ने कहा…

डॉक्टर साहब आपके द्वारा दी गयी सलाह काफी अच्छी है। कृपया मेरे ब्लॉग पर भी एक नजर डालकर अपनी टिप्पणी मुझे भेजें।