शुक्रवार, मई 01, 2009

टूटी हड्डी जुड़ने में परेशानी है

यह है हड़जोड़ नामक वनस्पति का चित्र जिसमें आप देख सकते है कि इसमें पत्ते आदि नहीं रहते
My wife, aged 56 years was having left hand paw fracture. After removal of plaster, physiotherapy for 2 months was given. Despite this, she has the following problems: 1. not having any apetite; 2. has become weak; 3. feeling fever like fatigue and pain in the whole body; 4. feeling giddiness at times; Seek appropriate advice. very very thanks and seek blessings
akdubey, lucknow दुबे जी, आपकी पत्नी की समस्या के बारे में आपने जो लिखा है उससे साफ़ पता चल रहा है कि जो भी लक्षण दिख रहे हैं वे एण्टीबायोटिक दवाओं के आफ़्टर इफ़ेक्ट्स हैं। ये तो हमेशा ही होता है। आप अपनी पत्नी को निम्न उपचार दीजिये और यकीन मानिये कि उनकी हड्डी जुड़ने में समय न लगेगा। आयुर्वेद में इस तरह की पचासों औषधियां है जो कि अस्थि संधान यानि कि हड्डियां जोड़ने की प्रक्रिया को तेज करने और उसे सही करने के लिये दी जाती हैं ऐलोपैथी की मजबूरी है कि ऐसी कोई दवा उनके पास नहीं है और न ही कोई स्पष्ट उपचार। १. लाक्षादि गुग्गुलु एक गोली + आभा गुग्गुलु एक गोली दिन में तीन बार सुबह-दोपहर-शाम दो-दो चम्मच सुधा जल से दीजिये। सुधा जल बनाने का तरीका एकदम सरल है। १०० ग्राम अनबुझा चूना लाकर किसी मिट्टी के बर्तन में दो लीटर पानी में डाल कर रख दें चूना उबलने लगेगा और कुछ देर में शांत हो जाएगा। दूसरे दिन ऊपर के साफ़ पानी को निथार लीजिये नीचे का जमा हुआ चूना किसी दूसरे काम में ले लीजिये, यही निथारा हुआ साफ़ पानी सुधा जल है। २. हड़जोड़(जिसे अस्थिश्रंगार भी कहते हैं यह एक बेल होती है जो कि ऐसा लगता है कि उंगलियों से जुड़-जुड़ कर बनी हो) को सुखा कर बारीक चूर्ण करके छान लीजिये और इस चूर्ण में से दो चुटकी लेकर एक मुनक्के में भर दीजिये और पानी से निगलवा दीजिये। यह दिन में दो बार दीजिये ध्यान रहे कि चूर्ण मुंह में न लगने पाए इसी लिये मुनक्के में भर कर दिया जाता है अन्यथा मुंह में हल्की सी चुनचुनाहट का अनुभव होने लगता है और किसी किसी नाजुक मरीज को छाले हो जाते हैं। बस पंद्रह दिन का उपचार ही चमत्कार दिखा देगा और आप आयुर्वेद की प्रशंसा करते नहीं थकेंगे। सारी समस्याएं इन दवाओं से ही हल हो जाएंगी।

1 आप लोग बोले:

कनिष्क कश्यप ने कहा…

dr. sahab namaskar
dekhiye dhundhate dhundhate aap tak pahuch gaya na..
badi khusi hui aapko yahan pa kar .. ek sath mein kaam karne ka amantran hai.. ummeed hai aapko idea pasand ayega..
kabhi fursat mein saari batein mail karta hun..