डाँक्टर साहब,मुझे करीब तीन साल से हाथी पाँव (Left पैर मे)की समस्या है।मेरी उम्र 58 साल है।करीब तीन डाँक्टरो को दिखा चुका हु लेकीन कोई फायदा नही है।Left पैर मे काफी सुजन रहती है लेकीन कोई दर्द नही होता है और मे चल भी सकता हु।
आपसे निवेदन है की कोई तत्काल लाभ देने वाला आयुर्वेदिक उपचार बताईये खर्च कितना भी हो दवा महँगी भी हो तो चलेगा मे खरीद सकता हु।
सोहन लाल शर्मा पीसाँगन (अजमेर)
प्रिय शर्मा जी आपकी परेशानी को देखा और समझा, एक बात आपको साफ़ बता देना सही मानता हूँ कि आप यदि ऐसा समझ रहे हैं कि कई साल की समस्या कुछेक दवाएं खाने से जादू से छू मंतर हो सकती हैं तो ये गलत है | आपको धैर्य पूर्वक दवाएं लेनी होंगी | दवा के सस्ते या मंहगे होने से उसके गुणों पर कोई असर नहीं पड़ता है यदि धन से ही स्वास्थ्य ख़रीदा जा सकता तो कोई भी अमीर आदमी कभी बीमार ही नहीं होता | निम्न दवाएं नियमित रूप से लीजिये | यदि कोई दवा न मिले तो हमें बताइए |
१ . नित्यानन्द रस १ गोली + श्लीपदगजकेसरी वटी १ गोली + आरोग्यवर्धिनी १ गोली ,इन तीनों गोलियों को सुबह नाश्ते के बाद तथा रात में भोजन के आधे घंटे बाद ले लें । इस दवा को लाभ हो जाने के बाद भी लगातार तीन माह पूरे हो जाने तक जारी रखियेगा ।
२ . रात को सोने से पहले मेदोहर विडंगादि लौह की दो गोलियां गुनगुने जल से लें तथा यह भी तीन माह जारी रखियेगा ।
३ . सोंठ + छोटी पीपर(लेंडी पीपर या पिप्पली) + त्रिफला चूर्ण को बराबर वजन में सरसों के तेल में मिला कर लेप बना लें और प्रभावित अंगों पर लगाएं ।
४ . वृद्धिबाधिका बटी १-१ गोली सुबह शाम खाली पेट लिया करें ।
आपसे निवेदन है की कोई तत्काल लाभ देने वाला आयुर्वेदिक उपचार बताईये खर्च कितना भी हो दवा महँगी भी हो तो चलेगा मे खरीद सकता हु।
सोहन लाल शर्मा पीसाँगन (अजमेर)
प्रिय शर्मा जी आपकी परेशानी को देखा और समझा, एक बात आपको साफ़ बता देना सही मानता हूँ कि आप यदि ऐसा समझ रहे हैं कि कई साल की समस्या कुछेक दवाएं खाने से जादू से छू मंतर हो सकती हैं तो ये गलत है | आपको धैर्य पूर्वक दवाएं लेनी होंगी | दवा के सस्ते या मंहगे होने से उसके गुणों पर कोई असर नहीं पड़ता है यदि धन से ही स्वास्थ्य ख़रीदा जा सकता तो कोई भी अमीर आदमी कभी बीमार ही नहीं होता | निम्न दवाएं नियमित रूप से लीजिये | यदि कोई दवा न मिले तो हमें बताइए |
१ . नित्यानन्द रस १ गोली + श्लीपदगजकेसरी वटी १ गोली + आरोग्यवर्धिनी १ गोली ,इन तीनों गोलियों को सुबह नाश्ते के बाद तथा रात में भोजन के आधे घंटे बाद ले लें । इस दवा को लाभ हो जाने के बाद भी लगातार तीन माह पूरे हो जाने तक जारी रखियेगा ।
२ . रात को सोने से पहले मेदोहर विडंगादि लौह की दो गोलियां गुनगुने जल से लें तथा यह भी तीन माह जारी रखियेगा ।
३ . सोंठ + छोटी पीपर(लेंडी पीपर या पिप्पली) + त्रिफला चूर्ण को बराबर वजन में सरसों के तेल में मिला कर लेप बना लें और प्रभावित अंगों पर लगाएं ।
४ . वृद्धिबाधिका बटी १-१ गोली सुबह शाम खाली पेट लिया करें ।
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