sir namaskar, meri 13 sal ki beti ke chehre par or sharir par kaphi bal hai .mere nahi hai ,sir kya ye htaye ja sakte hai ,bachchi badi ho rahi hai or wax karne ke liye pareshan karti hai,sir koi aayurvaidik nuskha ho to btane ki kripa kare.
अनाम
एक बात आपने स्पष्ट नहीं करी कि क्या बेटी को मासिक धर्म शुरू हो चुका है अथवा नहीं? वैक्सिंग पूरे शरीर पर तो करना बहुत कष्टकारी है। आपकी बेटी की ये समस्या कदाचित हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकती है। जिसका कारण मेरे शोध के अनुसार देह में वात की गड़बड़ी होती है अतः आप बच्ची का हार्मोनल स्तर जांच करवा लें। निम्न औषधि उपचार दें-
१ . मिट्टी के तेल(केरोसिन या धासलेट) ५० मिली. + १० ग्राम कपूर + ५ ग्राम हरताल भस्म मिला कर जिन अंगों पर अधिक बालों का घनापन प्रतीत होता हो वहां रात्रि में सोने से पहले इस मिश्रण से मालिश करें। दो माह में स्वतः ही बाल गिरने लगेंगे और नए बाल न उगेंगे।
२ . गन्धर्व हरीतकी आधा चम्मच + आरोग्यवर्धिनी बटी एक गोली रात को भोजन के आधा घंटे बाद गुनगुने गर्म जल से दीजिए।
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Namaskar Doctor Shahab. Me aapse apni samasya ka samadan chahta ho. sabse pahle me aapko apne bare me batana chahta ho meri aayo 21 year he ...
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यह सभी वर्गों के पुरुषों के लिये अत्यंत उत्तम स्वास्थ्यवर्धक वटी ( टैबलेट) है जो कि बेहद प्रभावी तथा बहुमूल्य जड़ी-बूटियों का बेहतरीन मिश्रण ...
कुछ सुझाव
गुरुवार, अक्टूबर 30, 2008
तेरह साल की बेटी के चेहरे व शरीर पर बाल हैं
Published :
10/30/2008 06:34:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
आंखों में जलन,शरीर में टूटन होती है
Published :
10/30/2008 06:33:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
Respected Sir,Mera naam yasif hai, mai security guard ki job karta hoon.Meri Problem ye hai ki mera sir hamesha bhari-2 rahata hai aur aankhon me jalan rahati hai.Kabhi-2 Kabj ki bhi problem Rahati hai.Khana khane ke 30-40 minute bad Aankho me jalan hone lagti hai. Sara sareer toota-toota rahta hai. Esa lagta hai jase bukhar ho gaya ho.Gas ki bhi problem bani Rahati hai.Please meri problem ka hal karen.
yasif ali
यासिफ़ जी,आपकी समस्या भोजन के पाचन के समय उत्पन्न होने वाले पित्त से संबंधित है। चूंकि आप सिक्योरिटी सर्विस में हैं तो जाहिर है कि रात्रि जागरण भी होता होगा। आप अपनी नौकरी तो बदल नहीं सकते इसलिये बेहतर है कि आप निम्न दवाएं लें।
कामदुधा रस एक गोली + सूतशेखर रस एक गोली + गिलोय सत्व एक रत्ती की एक खुराक बना लें और सुबह - शाम एक एक खुराक ठंडे पानी के साथ लिया करें।
साथ ही यदि रात्रि पाली ड्यूटी करते हैं तो दिन में पर्याप्त विश्राम करें अन्यथा समस्या की जड़ मौजूद रहेगी। आप इस दवा का सेवन कम से कम दो माह करें और ध्यान दें कि मांसाहार का सेवन न करें साथ ही शराब-तम्बाखू आदि का सेवन न करें।
सोमवार, अक्टूबर 27, 2008
पटाखों के धुंए से भयंकर परेशानी होती है
Published :
10/27/2008 02:37:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
डा.साहब प्रणाम,मेरी बेटी १३ साल की है और जब भी दीवाली का त्योहार आता है तो सारी दुनिया खुश होती है लेकिन जब भी दीवाली का त्योहार आता है मेरी इकलौती बेटी को बहुत कष्ट हो जाता है। उसे पटाखों के धुंए से भयंकर परेशानी होती है, उसे दमा जैसा दौरा पड़ने लगता है और खांसी आती है, नाक बहने लगती है, पसलियों में दर्द और बुखार हो जाता है यानि कि हर बार दीवाली के अगले दिन ही हमें अस्पताल भागना पड़ता है जिस कारण हमारे लिये ये त्योहार बुरे सपने जैसा लगता है। यदि हम किसी को पटाखे चलाने से रोकूं तो लोग कहेंगे कि मैं परंपराओं का विरोध कर रहा हूं हमारा दुःख कोई नहीं समझता है। मेहरबानी करके आप हमारी मदद करें और हमारी बेटी को इस परेशानी से मुक्त कराएं।
संजय जागीरदार,दमण
संजय जी, मैं आपकी परेशानी को समझ रहा हूं । लोग परंपराओं के नाम पर आजकल त्योहारों पर जो कुछ भी करते हैं वह भले ही आपके लिये कष्टप्रद है किंतु आप किस किस को समझाएंगे, मेरी भी यही पीड़ा है। खैर आप अब चिन्ता न करें आप अपनी बेटी के लिये निम्न दवाएं ले आइये अस्पताल जाने की स्थिति हरगिज न आयेगी और यदि आपने छह माद लगातार दवाएं दी तो अगली दीवाली पर आपको परेशानी न होगी।
१ . दशमूल का क्वाथ सुबह - शाम एक-एक चम्मच दें।
२ . दो चुटकी हरड़ का चूर्ण चटा कर ऊपर से अगस्त्य हरीतकी अवलेह एक-एक चम्मच चटाइये।
३ . आधा ग्राम समशर्कर चूर्ण सुबह-शाम चाटने को दें।
इन दवाओं को आज ही ले आइये ताकि बच्ची को तकलीफ़ न हो और दीवाली का पर्व सुख से बीते।
शुक्रवार, अक्टूबर 24, 2008
दिल की धड़कन बढ़ी रहती है बी.पी. के कारण.....
Published :
10/24/2008 09:11:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
sir mujhe dilke jor jor se dhadkne ki sikayat pichle 8 salo se hai.mai 34 ki hu mera wajan 67 kg hai mera bp 130/90 rahta haior dil ki dhadkan kabhi 90 to kabhi 120 30 ki raftar se chalne lagti hai jisse badi bechaini hoti hai,mai BP ki dwa le rahi hu kuch mahino se koi fayada nahi hai.kabhi bhi suru ho jati hai dhadkan.doc ne eco me paya ki dil ki ek nali fail gayi hai jisse jyada blood body me jane ye ho rha hai...pls sir aap meri shayta kare
अनाम बहन
बहन जी आप परेशान न हों बी.पी. की दवा को बंद कर दीजिये और निम्न उपचार लगभग छह माह तक लगातार यदि ले लेती हैं तो आप यकीन मानिये कि आपको जीवन भर इस तरह की कोई समस्या न होगी।
१ . अर्जुन घन बटी एक गोली + अकीक पिष्टी एक रत्ती(१२५ मि.ग्रा.) + जहरमोहरा खताई भस्म एक रत्ती + मुक्ता पिष्टी आधी रत्ती मिला कर एक खुराक बनाएं और दिन में तीन बार अर्जुनारिष्ट के एक चम्मच के साथ सेवन करें।
२. सुबह नाश्ते में संभव हो तो एक या आधा मुट्ठी भीगे चने कच्चे ही चबा कर खाएं।
अनाम बहन
बहन जी आप परेशान न हों बी.पी. की दवा को बंद कर दीजिये और निम्न उपचार लगभग छह माह तक लगातार यदि ले लेती हैं तो आप यकीन मानिये कि आपको जीवन भर इस तरह की कोई समस्या न होगी।
१ . अर्जुन घन बटी एक गोली + अकीक पिष्टी एक रत्ती(१२५ मि.ग्रा.) + जहरमोहरा खताई भस्म एक रत्ती + मुक्ता पिष्टी आधी रत्ती मिला कर एक खुराक बनाएं और दिन में तीन बार अर्जुनारिष्ट के एक चम्मच के साथ सेवन करें।
२. सुबह नाश्ते में संभव हो तो एक या आधा मुट्ठी भीगे चने कच्चे ही चबा कर खाएं।
शनिवार, अक्टूबर 18, 2008
जोड़ जकड़ जाते हैं
Published :
10/18/2008 05:21:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
सर नमस्ते, मेरी भाभी जी की उम्र ४५ साल है उनके टखनों,घुटनों नितंबों के जोड़ॊ में भयंकर दर्द होता है कभी अभी वो बताती हैं कि ऐसा दर्द होता है जैसे बिच्छू ने काट लिया है। रात में नींद नही आती है बल्कि दिन में सो लेती हैं यदि रात में नींद आ गयी तो सुबह जोड़ जकड़ जाते हैं। E.S.R इस समय 60mm/H. है। कलाई और घुटनों में सूजन भी है। एक वैद्य ने आमवात बताया था पर हम लोगों ने ध्यान नहीं दिया आप मदद करें। कभी तो बुखार भी आ जाता है।
अजय कश्यप,रांची
भाईसाहब, जो लक्षण आपने बताये हैं और जो रिपोर्ट मुझे भेजी है उसके अनुसार यह आमवात ही है। आप उन्हें निम्न उपचार लेने को कहें।
१ . एकांगवीर रस आधी गोली + आमवातारि रस आधी गोली + विषतिंदुक बटी एक गोली ; इन सबकी एक खुराक करें व रास्नादि काढ़े के दो चम्मच के साथ दिन में तीन बार सेवन करें।
२ . हरड़ का ५ ग्राम चूर्ण एरण्ड के तेल के एक चम्मच में मिला कर सुबह शाम सेवन करें व ऊपर से गर्म जल पियें।
दवाएं खाली पेट न लें।
अजय कश्यप,रांची
भाईसाहब, जो लक्षण आपने बताये हैं और जो रिपोर्ट मुझे भेजी है उसके अनुसार यह आमवात ही है। आप उन्हें निम्न उपचार लेने को कहें।
१ . एकांगवीर रस आधी गोली + आमवातारि रस आधी गोली + विषतिंदुक बटी एक गोली ; इन सबकी एक खुराक करें व रास्नादि काढ़े के दो चम्मच के साथ दिन में तीन बार सेवन करें।
२ . हरड़ का ५ ग्राम चूर्ण एरण्ड के तेल के एक चम्मच में मिला कर सुबह शाम सेवन करें व ऊपर से गर्म जल पियें।
दवाएं खाली पेट न लें।
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