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- सफ़ेद दाग, सेक्स और बदन दर्द की समस्या भी है
- Renal Calculi है
- मेरे गाल धसे हुए है, बहुत ही दुबला पतला हूं
- शीघ्रपतन की समस्या से वैवाहिक जीवन बर्बाद है
- शराब छुड़ाने के बारे में
- सेक्स सम्बन्धी भ्रम व हस्तमैथुन का दुष्परिणाम
- कफ जमने से उल्टी बहुत ज़्यादा होती है
- टूटी हड्डी जुडने में परेशानी हो रही है
- यूरिन में स्पर्म आ रहा है
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Hello sir main saudi arabia main job karta hoon meri problem sex se related hai .sir maine do baar sex kiya hai dono bar main 4 sec ke andar...
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Sir, Main ak 26 varshiy vivahit ladka hoon.meri samasya yeh hai ki 1. mere gupt ang mein thik se tanav nahi aata hai aur jo aata hai to kuc...
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नमस्कार महोदय उम्र २९ वर्ष वजन ४३ केजी कद १६५सेमि ५'५'' दुबला शरीर, अविवाहित, अध्यनरत महोदय मै बहुत हि दुबला व कमजोर हू. कृपया म...
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Namaskar Doctor Shahab. Me aapse apni samasya ka samadan chahta ho. sabse pahle me aapko apne bare me batana chahta ho meri aayo 21 year he ...
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प्रणाम डॉक्टर साहब, सर्वप्रथम तो आपका बहुत-बहुत शुक्रिया जो आपने मेरी समस्या पर इतनी तत्परता से प्रतिक्रिया दी. आपको मैं थोड़े से विस्ता...
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डॉ साहब ,आपको सादर नमस्कार . मैंने आपके बहुत सारे ब्लोग्स पढ़े हैं । वहाँ से प्रेरित होकर मई भी आप को मेल कर रहा हू आशा रख...
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यह सभी वर्गों के पुरुषों के लिये अत्यंत उत्तम स्वास्थ्यवर्धक वटी ( टैबलेट) है जो कि बेहद प्रभावी तथा बहुमूल्य जड़ी-बूटियों का बेहतरीन मिश्रण ...
कुछ सुझाव
रविवार, जून 07, 2009
सफ़ेद दाग, सेक्स और बदन दर्द की समस्या भी है
Published :
6/07/2009 07:29:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
vaidh ji,
om sai ram
meri age 36 year hai mujhe safed daag ho gaye hai neck per (backside 3 spot hai, left side ear ke paas ek bada sa spot hai. kya iska koi saral upchhar hai aur yadi aap medicine bhejte hai to kya kharcha aayega?second, mere left hand per near to elbow bhaut kharish hoti hai aur dane se ho gaye hai kripa karke ilaaj bataye
third, sex karen ke baad or na karene se bhi mere legs me ghutno se niche our uppar bhi and elbo se upar baju wale hisse may bahut pain hota hai jab mai koi kas kar kapda bandh kar soti hun tho nind aathi hai mai is baat se bahut pareshan hu kripa koi uppai battaye.
please do me mail
mrs. s. sharma
बहन जी, आपने कई समस्याओं को साथ में लिखा है इससे पता चलता है कि आप सचमुच स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर हैं। आपकी देह की सारी समस्याओं का कारण मात्र कफ-पित्त-वात के विकार के कारण होता है और इनके साम्य से स्वास्थ्य बना रहता है। अनेक बीमारियों के लक्षणों का कारण मात्र एक ही होता है जबकि लक्षण ढेर सारे हो कर एक सिन्ड्रोम जैसा पैदा कर देते हैं। आप निम्न औषधियां लीजिये--
१. हल्दी ३०० मिग्रा. + काले तिल ३०० मिग्रा. + बाकुची चूर्ण ३०० मिग्रा. मिला कर एक मात्रा बनाएं व ऐसी तीन मात्राएं दिन में गर्म पानी से लीजिए।
२. श्वित्रारि वटी को पानी में घिस कर प्रभावित अंग पर लगाइये। कभी-कभी अधिक संवेदनशील लोगों को इस वटी से फुंसियां सी हो जाती हैं तो ऐसा होने पर अगली औषधि प्रयोग करें।
३. श्वित्रारि घी को प्रभावित अंग पर दिन में कई बार लगाएं।
४. विषतिंदुक वटी एक गोली दिन में तीन बार गर्म पानी से लीजिये।
इस औषधि व्यवस्था को चालीस दिन तक जारी रखिए व प्रभाव के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर आगे जारी रखें।
om sai ram
meri age 36 year hai mujhe safed daag ho gaye hai neck per (backside 3 spot hai, left side ear ke paas ek bada sa spot hai. kya iska koi saral upchhar hai aur yadi aap medicine bhejte hai to kya kharcha aayega?second, mere left hand per near to elbow bhaut kharish hoti hai aur dane se ho gaye hai kripa karke ilaaj bataye
third, sex karen ke baad or na karene se bhi mere legs me ghutno se niche our uppar bhi and elbo se upar baju wale hisse may bahut pain hota hai jab mai koi kas kar kapda bandh kar soti hun tho nind aathi hai mai is baat se bahut pareshan hu kripa koi uppai battaye.
please do me mail
mrs. s. sharma
बहन जी, आपने कई समस्याओं को साथ में लिखा है इससे पता चलता है कि आप सचमुच स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर हैं। आपकी देह की सारी समस्याओं का कारण मात्र कफ-पित्त-वात के विकार के कारण होता है और इनके साम्य से स्वास्थ्य बना रहता है। अनेक बीमारियों के लक्षणों का कारण मात्र एक ही होता है जबकि लक्षण ढेर सारे हो कर एक सिन्ड्रोम जैसा पैदा कर देते हैं। आप निम्न औषधियां लीजिये--
१. हल्दी ३०० मिग्रा. + काले तिल ३०० मिग्रा. + बाकुची चूर्ण ३०० मिग्रा. मिला कर एक मात्रा बनाएं व ऐसी तीन मात्राएं दिन में गर्म पानी से लीजिए।
२. श्वित्रारि वटी को पानी में घिस कर प्रभावित अंग पर लगाइये। कभी-कभी अधिक संवेदनशील लोगों को इस वटी से फुंसियां सी हो जाती हैं तो ऐसा होने पर अगली औषधि प्रयोग करें।
३. श्वित्रारि घी को प्रभावित अंग पर दिन में कई बार लगाएं।
४. विषतिंदुक वटी एक गोली दिन में तीन बार गर्म पानी से लीजिये।
इस औषधि व्यवस्था को चालीस दिन तक जारी रखिए व प्रभाव के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर आगे जारी रखें।
Renal Calculi है
Published :
6/07/2009 07:25:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
Dear sir
sir mera name sangeeta ha.mare bhai ki kidny ke right and laft side me 13mm and 14mm ki Renal Calculi ha. hame last week hi pata chala ha. ab se phle kabhi pain nahi hua tha. iske leye hame opration karana pdega ya kisi daise treatment se nikal jayegi. or kya ye bad me bhi ho sakti ha ya nahi. iske leye kya -2 pahraj rakna hoga, plz mujhe mail kare.
Sangeeta
संगीता बहन,परेशान न हों आप भाई को निम्न औषधियां दीजिये-
१. कलमी शोरा ५०० मिग्रा. + जवाखार ५०० मिग्रा + हजरुलयहूद भस्म १२५ मिग्रा इन्हें दो चम्मच पुनर्नवासव के साथ दिन में तीन बार लीजिये।
२. शूलगजकेशरी रस १२५ मिग्रा. + शीतल पर्पटी २५० मिग्रा. + श्वेत पर्पटी २५० मिग्रा. पानी से दिन में दो बार दीजिये।
इस उपचार को एक माह तक देने के बाद पुनः जांच करा लीजिये ताकि आपकी संतुष्टि हो जाए के पथरी घुल कर मूत्र से बाहर निकल गयी है।
sir mera name sangeeta ha.mare bhai ki kidny ke right and laft side me 13mm and 14mm ki Renal Calculi ha. hame last week hi pata chala ha. ab se phle kabhi pain nahi hua tha. iske leye hame opration karana pdega ya kisi daise treatment se nikal jayegi. or kya ye bad me bhi ho sakti ha ya nahi. iske leye kya -2 pahraj rakna hoga, plz mujhe mail kare.
Sangeeta
संगीता बहन,परेशान न हों आप भाई को निम्न औषधियां दीजिये-
१. कलमी शोरा ५०० मिग्रा. + जवाखार ५०० मिग्रा + हजरुलयहूद भस्म १२५ मिग्रा इन्हें दो चम्मच पुनर्नवासव के साथ दिन में तीन बार लीजिये।
२. शूलगजकेशरी रस १२५ मिग्रा. + शीतल पर्पटी २५० मिग्रा. + श्वेत पर्पटी २५० मिग्रा. पानी से दिन में दो बार दीजिये।
इस उपचार को एक माह तक देने के बाद पुनः जांच करा लीजिये ताकि आपकी संतुष्टि हो जाए के पथरी घुल कर मूत्र से बाहर निकल गयी है।
गुरुवार, जून 04, 2009
मेरे गाल धसे हुए है, बहुत ही दुबला पतला हूं
Published :
6/04/2009 09:01:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
5नमस्ते सर
मेरा नाम परमेश्वर है। मेरी उम्र 23 साल है वजन 42 किलो व लम्बाई 5 फुट है। मेरी समस्या है कि मै बहुत ही दुबला पतला हु। मै 10 से 12 घंटे कम्प्यूटर पर काम करता हूं। मै पहले कभी हस्तमैथुन कर लेता था। क्या इसकी वजह से दुबलापन है या कोई और वजह से है। कृपया इसका उपचार बताये जिससे कि मेरा शरीर हष्ट पुष्ट और मोटा हो जाय। मेरे गाल धसे हुए है। कृपया उस दवा का नाम बताये जिससे मै मोटा हो सकता हू। और वह दवा कब तक लेना और कैसे लेना है। और किस कम्पनी का लेना है। कृपया ई-मेल करे सर मै इसके लिए आपका हमेशा आभारी रहुंगा।
धन्यवाद
प्रिय परमेश्वर जी, आप निम्न दवाएं नियम पूर्वक तीन माह तक लीजिये और खूब काम करिये कोई परेशानी नहीं होगी साथ ही आपकी चाहत के अनुसार आपके पिचके गाल भी भर जाएंगे और वजन बढ़ कर शरीर सुंदर लगने लगेगा-
१. अश्वगंधा चूर्ण एक ग्राम + विधारा चूर्ण एक ग्राम इस मिश्रण को सुबह शाम शहद के साथ चाट कर ऊपर से अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच पी लिया करिये।
२. लशुनादि वटी एक गोली + आरोग्यवर्धिनी वटी एक गोली दिन में दो बार गर्म पानी से लीजिये।
३. लौह भस्म(शतपुटी) १२५ मिग्रा. शहद के साथ दिन में दो बार लीजिये।
औषधियां खाली पेट न लें।
मेरा नाम परमेश्वर है। मेरी उम्र 23 साल है वजन 42 किलो व लम्बाई 5 फुट है। मेरी समस्या है कि मै बहुत ही दुबला पतला हु। मै 10 से 12 घंटे कम्प्यूटर पर काम करता हूं। मै पहले कभी हस्तमैथुन कर लेता था। क्या इसकी वजह से दुबलापन है या कोई और वजह से है। कृपया इसका उपचार बताये जिससे कि मेरा शरीर हष्ट पुष्ट और मोटा हो जाय। मेरे गाल धसे हुए है। कृपया उस दवा का नाम बताये जिससे मै मोटा हो सकता हू। और वह दवा कब तक लेना और कैसे लेना है। और किस कम्पनी का लेना है। कृपया ई-मेल करे सर मै इसके लिए आपका हमेशा आभारी रहुंगा।
धन्यवाद
प्रिय परमेश्वर जी, आप निम्न दवाएं नियम पूर्वक तीन माह तक लीजिये और खूब काम करिये कोई परेशानी नहीं होगी साथ ही आपकी चाहत के अनुसार आपके पिचके गाल भी भर जाएंगे और वजन बढ़ कर शरीर सुंदर लगने लगेगा-
१. अश्वगंधा चूर्ण एक ग्राम + विधारा चूर्ण एक ग्राम इस मिश्रण को सुबह शाम शहद के साथ चाट कर ऊपर से अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच पी लिया करिये।
२. लशुनादि वटी एक गोली + आरोग्यवर्धिनी वटी एक गोली दिन में दो बार गर्म पानी से लीजिये।
३. लौह भस्म(शतपुटी) १२५ मिग्रा. शहद के साथ दिन में दो बार लीजिये।
औषधियां खाली पेट न लें।
शीघ्रपतन की समस्या से वैवाहिक जीवन बर्बाद है
Published :
6/04/2009 08:49:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
Sir,
Main ak 26 varshiy vivahit ladka hoon.meri samasya yeh hai ki
1. mere gupt ang mein thik se tanav nahi aata hai aur jo aata hai to kuch hi second mein chala jata hai
2. Maine kai baar sehwas kerne ki koshish ki par har baar 5-7 second mein discharge ho gaya.
3. pesaab mein bhi viry aata hai
4. kuch sochne pe bhi viry nikal jata hai
5. mere ling ka aage ka part bhaut jyada sensitive hai use chhute viry nikal jata hai
Kripya meri madam karan bhaut jyada pareshaan hain meri shaadui bas tootne ko hi hai. kripya koi jald se jald achook upchaar bataye.
Dhanyawad
Aapka ati aabhaari
Ravi
रवि जी, आपकी समस्या भी तमाम अन्य भाइयों जैसी ही है अतः आप परेशान न हों और निम्न उपचार लेना प्रारंभ करें व कम से कम तीन माह तक लें-
१. मकरध्वज वटी एक गोली + महामन्मथ रस एक गोली + पूर्णचंद्र रस एक गोली इन तीनो दवाओं की एक मात्रा बनाएं व इस तरह की तीन खुराक दिन में शहद मिले दूध से लें(खाली पेट न लें)
२. शुद्ध शिलाजीत २५० मिग्रा. दिन में तीन बार दूध से लें।
इस उपचार के दौरान मांसाहार, खटाई युक्त भोजन,मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन न करें, शराब या अन्य व्यसन बिलकुल बंद करें।
Main ak 26 varshiy vivahit ladka hoon.meri samasya yeh hai ki
1. mere gupt ang mein thik se tanav nahi aata hai aur jo aata hai to kuch hi second mein chala jata hai
2. Maine kai baar sehwas kerne ki koshish ki par har baar 5-7 second mein discharge ho gaya.
3. pesaab mein bhi viry aata hai
4. kuch sochne pe bhi viry nikal jata hai
5. mere ling ka aage ka part bhaut jyada sensitive hai use chhute viry nikal jata hai
Kripya meri madam karan bhaut jyada pareshaan hain meri shaadui bas tootne ko hi hai. kripya koi jald se jald achook upchaar bataye.
Dhanyawad
Aapka ati aabhaari
Ravi
रवि जी, आपकी समस्या भी तमाम अन्य भाइयों जैसी ही है अतः आप परेशान न हों और निम्न उपचार लेना प्रारंभ करें व कम से कम तीन माह तक लें-
१. मकरध्वज वटी एक गोली + महामन्मथ रस एक गोली + पूर्णचंद्र रस एक गोली इन तीनो दवाओं की एक मात्रा बनाएं व इस तरह की तीन खुराक दिन में शहद मिले दूध से लें(खाली पेट न लें)
२. शुद्ध शिलाजीत २५० मिग्रा. दिन में तीन बार दूध से लें।
इस उपचार के दौरान मांसाहार, खटाई युक्त भोजन,मिर्च-मसालेदार पदार्थों का सेवन न करें, शराब या अन्य व्यसन बिलकुल बंद करें।
शराब छुड़ाने के बारे में
Published :
6/04/2009 08:42:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
Sir, i want the medicine for stopping liquor.
Mere Bhai Ko Sarab Ki Jyadi Hi Lat Lag Gayi Hai. Main Uski Sarab Chudhana Chhahta Hoon. Mujhe Dawai Bhejne Ki Kripa Kare. Dawai Ki Fees Kya Hogi. Ye Bhi Bata De.
Thanks
Amit
अमित जी आपने जैसा बताया कि शराब की आदत भाई को लग चुकी है तो जाहिर है कि दवा उन्हें बिना उनकी जानकारी के ही देना होगा। वैसे यदि आप चाहें तो आयुषवेद के पेज पर दांयी तरफ लगे एक छोटे से सर्च इंजन का उपयोग कर सकते हैं जिस पर लिखा है "खुद तलाशिये", उसमें शराब टाइप करिये और संबंधित काफ़ी उपयोगी जानकारियां आपको मिल जाएंगी यदि कारगर उपाय मिल जाए तो बेहतर है क्योंकि पहले ही आयुषवेद पर शराब छुड़ाने के बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है। यदि आपको लगे कि आपका कार्य सिद्ध नहीं हो रहा है तो फिर ई-मेल करें आपको अवश्य शराब छुड़ाने की आयुषवेद द्वारा निर्मित औषधि भेज दी जाएगी।
Mere Bhai Ko Sarab Ki Jyadi Hi Lat Lag Gayi Hai. Main Uski Sarab Chudhana Chhahta Hoon. Mujhe Dawai Bhejne Ki Kripa Kare. Dawai Ki Fees Kya Hogi. Ye Bhi Bata De.
Thanks
Amit
अमित जी आपने जैसा बताया कि शराब की आदत भाई को लग चुकी है तो जाहिर है कि दवा उन्हें बिना उनकी जानकारी के ही देना होगा। वैसे यदि आप चाहें तो आयुषवेद के पेज पर दांयी तरफ लगे एक छोटे से सर्च इंजन का उपयोग कर सकते हैं जिस पर लिखा है "खुद तलाशिये", उसमें शराब टाइप करिये और संबंधित काफ़ी उपयोगी जानकारियां आपको मिल जाएंगी यदि कारगर उपाय मिल जाए तो बेहतर है क्योंकि पहले ही आयुषवेद पर शराब छुड़ाने के बारे में बहुत कुछ लिखा जा चुका है। यदि आपको लगे कि आपका कार्य सिद्ध नहीं हो रहा है तो फिर ई-मेल करें आपको अवश्य शराब छुड़ाने की आयुषवेद द्वारा निर्मित औषधि भेज दी जाएगी।
सेक्स सम्बन्धी भ्रम व हस्तमैथुन का दुष्परिणाम
Published :
6/04/2009 08:09:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
डॉ साहब ,आपको सादर नमस्कार . मैंने आपके बहुत सारे ब्लोग्स पढ़े हैं । वहाँ से प्रेरित होकर मई भी आप को मेल कर रहा हू आशा रखता हू की आप मेरी समस्या का निवारण कर देगे । डॉ साहब मेरी समस्या ये है की मैंने भी बचपन से आब तक हस्त्मथुन किया था . अब मेरी उमर २५ साल है मेरी शादी होने वाली है (करीब 3-4 महीने बाद ). मुझे लगता है की मुझे bhi शीघ्र पतन की समस्या है मेरे वीर्य भी बहुत पतला आता है ।लिंग का भी नही पता की सही से तनाव आता है या नही . ऐसा भी लगता है की मेरे लिंग का साइज़ छोटा है . मुझे कोई उपाय बताइए की मेरा आने वाला विवाहित जीवन सही रहे .मैं आपका बहुत आभारी रहूगा . ऐसा भी हो सकता है की ये सारी मेरी शंका हो .मेरी राय में आप मुझे कोई उपचार बता दीजिये मे वो उपचार कर लुगा शयद मेरा भ्रम दूर हो जाय और वैसे भी आपका उपचार कोई साइड इफेक्ट तो करेगा नही सो आपनाने में कोई हर्ज नही है .
एक बात और डॉ साहब मुझे आपसे दवा भी चाहिए होगी क्योकि मे इंडिया से बाहर रहता हू ।प्लीज मुझे बताइए की वो मे कैसे माँगा सकता हू आपसे? प्लीज उपचार बता दीजिये
आपका आभारी
नाम प्रकाशित न करा जाए
प्रिय भाई, जैसा कि आपने लिखा है कि आप अब उस बुरी आदत से छुटकारा पा चुके हैं और बाकी आपका भ्रम ही है । संयम रखना बड़ी बात है लेकिन खुद ही सोचिये कि आप अपने शरीर के सार तत्त्व को निचोड़ कर नाली में फेंक दें तो ये अक्लमंदी तो हरगिज नहीं है। कुछ दुष्ट किस्म के नीच "सैक्सोलाजिस्ट" बन कर बैठे ठग आप जैसे भोले लोगों को मूर्ख बना कर आपका जीवन ये कह कर बर्बाद कर देते हैं कि इस दुष्कर्म से कोई नुकसान नहीं होता ये तो एक सामान्य सा काम है। आयुषवेद के पाठकों से निवेदन है कि ऐसे धूर्तों की बातों में आकर अपना जीवन चौपट मत करिए क्योंकि आपको हकीकत तो तब पता चलती है जब आप वैवाहिक जीवन में प्रवेश करते हैं और सब कुछ अंधकारमय प्रतीत होता है। आप निम्न औषधियां तीन माह तक लीजिये-
१. मकरध्वज वटी एक गोली + मन्मथ रस एक गोली + त्रिबंग भस्म १२५ मिग्रा. इन औषधियों की एक खुराक बना लें व दिन में इस तरह की तीन खुराक दूध के साथ लीजिए।
२. पुष्पधन्वा रस एक गोली दिन में दो बार शहद से लीजिये।
ध्यान रखें कि कब्जियत न रहे यदि कब्ज हो तो आवश्यकतानुसार त्रिफला चूर्ण ले लिया करें।
एक बात और डॉ साहब मुझे आपसे दवा भी चाहिए होगी क्योकि मे इंडिया से बाहर रहता हू ।प्लीज मुझे बताइए की वो मे कैसे माँगा सकता हू आपसे? प्लीज उपचार बता दीजिये
आपका आभारी
नाम प्रकाशित न करा जाए
प्रिय भाई, जैसा कि आपने लिखा है कि आप अब उस बुरी आदत से छुटकारा पा चुके हैं और बाकी आपका भ्रम ही है । संयम रखना बड़ी बात है लेकिन खुद ही सोचिये कि आप अपने शरीर के सार तत्त्व को निचोड़ कर नाली में फेंक दें तो ये अक्लमंदी तो हरगिज नहीं है। कुछ दुष्ट किस्म के नीच "सैक्सोलाजिस्ट" बन कर बैठे ठग आप जैसे भोले लोगों को मूर्ख बना कर आपका जीवन ये कह कर बर्बाद कर देते हैं कि इस दुष्कर्म से कोई नुकसान नहीं होता ये तो एक सामान्य सा काम है। आयुषवेद के पाठकों से निवेदन है कि ऐसे धूर्तों की बातों में आकर अपना जीवन चौपट मत करिए क्योंकि आपको हकीकत तो तब पता चलती है जब आप वैवाहिक जीवन में प्रवेश करते हैं और सब कुछ अंधकारमय प्रतीत होता है। आप निम्न औषधियां तीन माह तक लीजिये-
१. मकरध्वज वटी एक गोली + मन्मथ रस एक गोली + त्रिबंग भस्म १२५ मिग्रा. इन औषधियों की एक खुराक बना लें व दिन में इस तरह की तीन खुराक दूध के साथ लीजिए।
२. पुष्पधन्वा रस एक गोली दिन में दो बार शहद से लीजिये।
ध्यान रखें कि कब्जियत न रहे यदि कब्ज हो तो आवश्यकतानुसार त्रिफला चूर्ण ले लिया करें।
कफ जमने से उल्टी बहुत ज़्यादा होती है
Published :
6/04/2009 08:07:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
आदर्निय श्रीमान ,
मुझे काफ़ी समय से जुकाम और कफ की प्राब्लम रहती हे, पूरे साल व किसी भी मौसम मे मुझे कफ जमा रहता हे जिसके कारण मुझे असिडिटी की भी प्राब्लम हो जाती हे और कुछ भी ख़ाता हूँ तो उल्टी हो जाती हे!अंग्रज़ी इलाज से कोई फाय्दा नही हुआ! कफ जमने से उल्टी बहुत ज़्यादा होती हे और छाती भी जलती हे!बार-बार उल्टी होती हे! साहब कोई अच्छा सा इलाज बताए जिससे की मेरी परेशानी का हमेशा के लिए इलाज हो जाए !
आपके सुझाव का इंतेज़ार रहेगा!
सध्न्यवाद
महेंद्र योगी
जय हिन्द
महेन्द्र जी सादर जय हिन्द, आपकी समस्या को समझा, समस्या पुरानी है किन्तु चिंता न करें निम्न औषधियां लीजिये-
१. कफ़कुठार रस एक-एक गोली दिन में तीन बार पान के पत्ते के रस में शहद मिला कर लीजिये।
२. गिलोय सत्त्व २५० मिग्रा. दिन में दो बार पानी से लीजिये
३. अभ्रक भस्म(शतपुटी) १२५ मिग्रा. दिन में दो बार शहद से लीजिये
४. दोपहर के भोजन के बाद एक गोली आरोग्यवर्धिनी वटी पानी से लीजिये
इस उपचार को चालीस दिनों तक जारी रखिए। एक सप्ताह बाद ही आराम आना शुरू हो जाएगा।
मुझे काफ़ी समय से जुकाम और कफ की प्राब्लम रहती हे, पूरे साल व किसी भी मौसम मे मुझे कफ जमा रहता हे जिसके कारण मुझे असिडिटी की भी प्राब्लम हो जाती हे और कुछ भी ख़ाता हूँ तो उल्टी हो जाती हे!अंग्रज़ी इलाज से कोई फाय्दा नही हुआ! कफ जमने से उल्टी बहुत ज़्यादा होती हे और छाती भी जलती हे!बार-बार उल्टी होती हे! साहब कोई अच्छा सा इलाज बताए जिससे की मेरी परेशानी का हमेशा के लिए इलाज हो जाए !
आपके सुझाव का इंतेज़ार रहेगा!
सध्न्यवाद
महेंद्र योगी
जय हिन्द
महेन्द्र जी सादर जय हिन्द, आपकी समस्या को समझा, समस्या पुरानी है किन्तु चिंता न करें निम्न औषधियां लीजिये-
१. कफ़कुठार रस एक-एक गोली दिन में तीन बार पान के पत्ते के रस में शहद मिला कर लीजिये।
२. गिलोय सत्त्व २५० मिग्रा. दिन में दो बार पानी से लीजिये
३. अभ्रक भस्म(शतपुटी) १२५ मिग्रा. दिन में दो बार शहद से लीजिये
४. दोपहर के भोजन के बाद एक गोली आरोग्यवर्धिनी वटी पानी से लीजिये
इस उपचार को चालीस दिनों तक जारी रखिए। एक सप्ताह बाद ही आराम आना शुरू हो जाएगा।
मंगलवार, जून 02, 2009
टूटी हड्डी जुडने में परेशानी हो रही है
Published :
6/02/2009 10:33:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
My wife, aged 56 years was having left hand paw fracture. After removal of plaster, physiotherapy for 2 months was given. Despite this, she has the following problems:
1. not having any apetite;
2. has become weak;
3. feeling fever like fatigue and pain in the whole body;
4. feeling giddiness at times;
Seek appropriate advice. very very thanks and seek blessings.
akdubey, lucknow.
दुबे जी पहले तो विलंब के लिये माफ़ी चाहता हूं आशा है कि आप अन्यथा न लेंगे। आप अपनी पत्नी को निम्न औषधियां दीजिए।
१. अस्थिसंधान रस एक गोली + आभा गुग्गुलु एक गोली + लाक्षादि गुग्गुलु एक गोली; इन तीनों शास्त्रोक्त औषधियों की एक खुराक बनाएं व दिन में तीन बार आधा कप सुधाजल( चूना भिगोने के बाद शांत होने के बाद ऊपर का जल निथार लीजिये यही सुधाजल है) से दीजिए।
यकीन मानिये कि आपने जितने लक्षण लिखे हैं जादू की तरह मात्र एक सप्ताह में गायब हो जाएंगे किंतु दवा चालीस दिन तक जारी रखिए।
1. not having any apetite;
2. has become weak;
3. feeling fever like fatigue and pain in the whole body;
4. feeling giddiness at times;
Seek appropriate advice. very very thanks and seek blessings.
akdubey, lucknow.
दुबे जी पहले तो विलंब के लिये माफ़ी चाहता हूं आशा है कि आप अन्यथा न लेंगे। आप अपनी पत्नी को निम्न औषधियां दीजिए।
१. अस्थिसंधान रस एक गोली + आभा गुग्गुलु एक गोली + लाक्षादि गुग्गुलु एक गोली; इन तीनों शास्त्रोक्त औषधियों की एक खुराक बनाएं व दिन में तीन बार आधा कप सुधाजल( चूना भिगोने के बाद शांत होने के बाद ऊपर का जल निथार लीजिये यही सुधाजल है) से दीजिए।
यकीन मानिये कि आपने जितने लक्षण लिखे हैं जादू की तरह मात्र एक सप्ताह में गायब हो जाएंगे किंतु दवा चालीस दिन तक जारी रखिए।
सोमवार, जून 01, 2009
यूरिन में स्पर्म आ रहा है
Published :
6/01/2009 08:01:00 am
Author :
डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava)
सर, बाथरूम करता टाइम यूरिन में स्पर्म आ रहा है जी और सेक्स करता टाइम जल्द डिस्चार्ज हो जाता हैं प्लीज हेल्प करिये, मेरी उम्र ३४ साल है (सर मेरी प्रॉब्लम लास्ट 3 साल से चल रही है ) प्लीज जल्दी मदद करें
regards
रणजीत सिंह
रणजीत जी आपने जो समस्या बतायी उसके लिये आप निम्न दवाएं
१ मकरध्वज वटी एक गोली + कुक्कुटाण्डत्वक भस्म एक रत्ती + शुक्रमात्रिका वटी एक गोली दिन में दो बार सुबह-शाम अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच के साथ लीजिए
२ बंग भस्म एक रत्ती शहद के साथ सुबह शाम लीजिये।
इस औषधि व्यवस्था को आप कम से कम चालीस दिन तक लें। कब्जियत न रहने दें इसके लिये जरूरत होने पर त्रिफला चूर्ण ले लिया करें।
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अग्निकुमार रस
अर्शोघ्नी बटी
आनंद भैरव रस
अजीर्ण कंटक रस
अर्शकुठार रस
आमवातेश्वर रस
आमवातारि रस
अश्वकंचुकी(घोड़ाचोली)रस
अग्नितुंडी बटी
अमरसुंदरी बटी
आरोग्यवर्धिनी
बटी
आमलकी रसायन
इच्छाभेदी रस
उपदंश कुठार रस
उन्माद गजकेशरी
रस
एकांगवीर रस
एलादि वटी
कनकसुंदर रस
कफ़कुठार रस
कुष्ठकुठार रस
कफ़केतु रस
कुमारकल्याण रस
कामदुधा रस
कृव्यादि रस
कफ़कर्तरी रस
कल्पतरू रस
कामधेनु रस
कृमिकुठार रस
कृमिमुग्दर रस
कफ़चिंतामणि रस
कांकायन बटी
कन्यालोहादि बटी
खैरसार बटी
खदिरादि बटी
गंधक बटी
गंधक रसायन
गर्भपाल रस
गुड़मार बटी
गुल्मकुठार रस
ग्रहणीकपाट रस
ग्रहणी गजेन्द्र
रस
चंद्रप्रभा बटी
चतुर्भुज रस
चंद्रामृत रस
चंदनादि बटी
चंद्रान्शु रस
चतुर्मुख रस
चित्रकादि बटी
चिंतामणि
चतुर्मुख रस
चंद्रकला रस
चिंतामणि रस
चौंसठ प्रहरी
पीपल
जवाहरमोहरा
दंतोद्भेदगदान्तक
रस
हिंगुलेश्वर रस
हृदयार्णव रस
हिंग्वादि बटी,
ज्वरांकुश रस
जयमंगल रस
लघुमालिनी बसंत
रस
लहशुनादि बटी
लवंगादि बटी
लक्ष्मीनारायण रस
लक्ष्मीविलास रस
लक्ष्मीनारायण
रस(नारदीय)
लाई रस
लीलाविलास रस
लोकनाथ रस
मधुमेहनाशिनी बटी
महाज्वरांकुश रस
महाशंख बटी
महामृत्युंजय रस
महावात विध्वंसन
रस
महालक्ष्मी विलास
रस
मकरध्वज बटी
मन्मथाभ्र रस
मूत्रकृच्छान्तक
रस
मरिच्यादि बटी
मृत्युन्जय रस
नृपतिवल्लभ रस
नागार्जुनाभ्र रस
नष्टपुष्पान्तक
रस
नित्यानंद रस
पीयूषवल्ली रस
पूर्ण चंद्र रस
प्रदररिपु रस,
प्रवाल पंचाम्रत
रस
प्रतापलंकेश्वर
रस
प्रमेहगज केशरी
रस
पुष्पधन्वा रस
प्रदरारि रस
प्रदरान्तक रस
रसपीपरी रस
रसराज रस
रामबाण रस
रजःप्रवर्तिनी
बटी,
रसादि रस
रक्तपित्तान्तक
रस
संजीवनी बटी
संशमनी बटी
समीरपन्नग रस
सारिवादि बटी
सर्पगंधाघन बटी
सूतशेखर रस
श्रंगाराभ्र रस
स्मृतिसागर रस
सिद्धप्राणेश्वर
रस
सोमनाथ रस
शिलाजीत बटी,
शिलाजित्वादि बटी
शिलासिंदूर बटी,
शिरःशूलादिवज्र
रस
शिरोवज्र रस
शूलवज्रिणी बटी
शंख बटी
शंकर बटी
शूलगजकेशरी रस
श्वास कुठार रस,
श्वासकास
चिंतामणि रस
शीतांशु रस
शुक्रमात्रिका
बटी
त्रिभुवन कीर्ति
रस
त्रिमूर्ति रस,
त्रैलोक्य
चिंतामणि रस
तारकेश्वर रस
बोलबद्ध रस
ब्राह्मी बटी
वात गजांकुश रस
वातकुलान्तक रस
बसंत कुसुमाकर रस
वृहत वातगजांकुश
रस
वृहत बंगेश्वर रस
विरेचन बटी
वृहत वातचिंतामणि
रस
वृहत
गर्भचिंतामणि रस
वीर्यशोधन बटी
वृद्धिबाधिका बटी
व्योषादि बटी
विषतिंदुक बटी
व्याधिहरण रसायन,
वृहत कामचूड़ामणि
रस
योगेन्द्र रस
अभ्रक भस्म
(साधारण,शतपुटी,सहस्त्रपुटी)
अकीक पिष्टी/भस्म
हजरुलयहूद
भस्म/पिष्टी
गोदन्ती भस्म
जहरमोहरा खताई
भस्म/पिष्टी,
कुक्कुटाण्डत्वक
भस्म
कहरवा पिष्टी
कान्तसार लौह
भस्म
कपर्द(वराटिका)भस्म
कासीस भस्म
लौह भस्में
(तीन
प्रकार)
मण्डूर भस्म
श्रंग भस्म
मुक्ताशुक्ति
भस्म/पिष्टी,
नाग भस्म
प्रवाल
पिष्टी/भस्म
शंख भस्म
शुभ्रा(स्फटिका)
भस्म
स्वर्णमाक्षिक
भस्म
ताम्र भस्म
टंकण भस्म
त्रिबंग भस्म
बंग भस्म
यशद भस्म
कासीस गोदन्ती
भस्म
संगेजराहत भस्म
संगेयेशव
भस्म/पिष्टी
गोमेदमणि
भस्म/पिष्टी
माणिक्य
भस्म/पिष्टी
मुक्ता(मोती)भस्म/पिष्टी
नीलम भस्म/पिष्टी
पुखराज
भस्म/पिष्टी
चांदी(रजत)भस्म
पन्ना(तार्क्ष्य)भस्म/पिष्टी
लाजावर्त
भस्म/पिष्टी
अम्लपित्तान्तक
लौह
चंदनादि लौह
(ज्वर
व प्रमेह)
ताप्यादि लौह
(रजत/बिना
रजत)
धात्री लौह
नवायस लौह
प्रदरारि लौह
प्रदरान्तक लौह
पुनर्नवादि
मण्डूर
विषमज्वरान्तक
लौह
सर्वज्वरहर लौह
सप्तामृत लौह
शिलाजित्वादि लौह
यक्रदप्लीहारि
लौह
रक्तपित्तान्तक
लौह
शोथारि लौह
मेदोहर विडंगादि
लौह
अमृतादि गुग्गुल
आभा गुग्गुल
कांचनार गुग्गुल
कैशोर गुग्गुल,
गोक्षुरादि
गुग्गुल
पुनर्नवादि
गुग्गुल
लाक्षादि गुग्गुल
पंचतिक्तघृत
गुग्गुल
रास्नादि गुग्गुल
सप्तविंशतिको
गुग्गुल
सिंहनाद गुग्गुल,
त्रयोदशांग
गुग्गुल
त्रिफला गुग्गुल
योगराज गुग्गुल
महायोगराज
गुग्गुल
वातारि गुग्गुल,
मेदोहर(नवक)
गुग्गुल
अभ्रक पर्पटी
स्वर्ण पर्पटी
बोल पर्पटी
लौह पर्पटी
प्राणदा पर्पटी
ताम्र पर्पटी
पंचामृत पर्पटी
विजय पर्पटी
रस पर्पटी
शीतल पर्पटी
श्वेत पर्पटी
मकरध्वज
चंद्रोदय
मल्ल सिंदूर
मल्ल चंद्रोदय
रस सिंदूर
शिला सिंदूर
स्वर्णबंग
ताल सिंदूर
रसमाणिक्य,
शिलाजीत(गीला/सूखा)
स्वर्णबंग क्षार